पवित्रम गौ सेवा के क्षेत्र में हमारी संस्था विभिन्न स्थानों पर गौशाला,गौ चिकित्सालय तथा गौ अनुसंधान केंद्र खोलने जा रही है, इस प्रयोग हेतु मॉडल स्तर पर में एक गौ अनुसंधान एवं चिकित्सा केंद्र का कार्य धनबाद (झारखंड) में शुरू होने जा रहा है । गाँव गाँव में जैविक खेती ,गो उत्पादों का निशुल्क प्रशिक्षण एवं प्रचार प्रसार किया जा रहा है ,विभिन्न शहरों पंचगव्य उत्पाद प्रचार केंद्र खोले जा रहे है,गो कथायो,गो-पूजन कार्यक्रमों के माध्यम से गो जागरण का कार्य किया जा रहा है । "पहली रोटी गाय की" अभियान के अंतगर्त घर घर में गो-सेवा पात्र रखे जा रहे है ,सड़क पर होने वाली दुर्घटना में घायल गोवंश को चिकित्सा सुविधा पहुचाने हेतु काऊ एम्बुलेंस तैयार किया गया है ,भीषण गर्मी में गोमाता को पानी उपलब्ध करवाने हेतु घर घर नाद अभियान चलाया जा रहा है ।
।।पवित्रम गुरुकुलम का उद्देश्य बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ साथ पारंपरिक वेदिक ज्ञान तथा विलुप्त होते जा रहे भारतीय संस्कारों को प्रदान करना है , गाँव गाँव में फिर से गुरुकुल की परम्परा शुरू हो इसके लिए संस्था निरंतर प्रयासरत है , गीष्मकालीन अवकाश में स्कूली बच्चो के २/३ दिवसीय संस्कार शिविर लगाये जा रहे है,बच्चो को खेल खेल में संस्कृति एवं संस्कारो से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है । स्कूलों में समय समय विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चो में देश भक्ति जागरण ,योग ,ध्यान ,अग्निहोत्र का प्रशिक्षण कराया जा रहा है ,पर्यावरण को बचाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है । माता-पिता,गुरुजनों का सम्मान,सभी जीव जंतुओं के प्रति प्रेम एवं दया भाव , खान पान के प्रति सतर्कता आदि अनेक बातें बच्चो को खेल खेल सिखाई जा रही है ।
पवित्रम नेचुरो पेथि के माध्यम से चरक संहिता, सहुश्रुत संहिता एवं अन्य वेदिक पुस्तकों मे वर्णित प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियो - आयुर्वेद चिकित्सा ,पंचगव्य चिकित्सा, जल चिकित्सा, मिट्टी चिकित्सा ,रंग चिकित्सा आदि पद्दतियो द्वारा इलाज किया जाएगा, इसका एक छोटा केंद्र धनबाद में शुरू हो चूका है, जल्द ही बड़े रूप में खुलने जा रहा हैं । पवित्रम द्वारा समय समय पर गांवो मे, शहरों मे विभिन्न आरोग्य केम्प आयोजित किये जा रहे है, प्रशिक्षण कार्यक्रम भी रखे जा रहे है। स्कूलों एवं कालेजों मे बच्चों को विभिन्न कार्यकर्मो के माध्यम से आरोग्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है ।