पवित्रम सेवा परिवार का महिला आयाम पवित्रम – मातृशक्ति के नाम से विभिन्न जिलों ,शहरों मे कार्यरत है जिसके अंतगर्त महिलायो को योग ,ध्यान,पर्यावरण एवं आरोग्य के लिए जागरूक किया जा रहा है ,उनको अनेक तरह का प्रशिक्षरण दिया जा रहा है, क्योंकि हमारी बहने,मताए ही परिवार का आधार है ,अगर हमारी मातृशक्ति जागरूक होगी तो हम आने वाली पीड़ी को स्वस्थ ,आरोग्यवान बना पायेगे ,अच्छे संस्कार दे पायेगे । हमारी सभ्यता एवं संस्कृति की रक्षा कर पायेगे । इस आयाम का उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यो के लिए महिलाओ को प्रेरित करना और महिलाओ को शारीरिक, मानसिक रूप से प्रबल बनाना ,आर्थिक रूप से स्वावलंबमी बनाना भी है । इस आयाम के अंतगर्त छात्रायों को शारीरिक, मानसिक रूप से स्वस्थ रहने, आत्मरक्षा के लिए अनेक तरह के प्रशिक्षण दिए जा रहे है ,आत्मरक्षा - यह व्यक्तिगत सुरक्षा के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण को समाहित करता है। इसमें मानसिक तैयारी, परिस्थितिजन्य जागरूकता और संभावित खतरों से निपटने के लिए व्यावहारिक कौशल का विकास शामिल है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण में शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनने और किसी भी खतरे का सामना करने के लिए आवश्यक कौशल शामिल होते हैं। इसमें आत्मरक्षा की तकनीकें, सड़क सुरक्षा, हिंसा की रोकथाम, और व्यक्तिगत सुरक्षा जैसे विषय शामिल हैं। यह प्रशिक्षण लड़कियों को निडर बनाता है और उनमें आत्मविश्वास विकसित करता है।
पवित्रम सेवा परिवार घरेलू हिंसा, उत्पीड़न, शोषण से पीड़ित महिलाओं को सहायता भी प्रदान करता है. जिसमें कानूनी, पुलिस, चिकित्सा, और मनोवैज्ञानिक परामर्श शामिल हैं.।