पवित्रम पर्यावरण संवर्धन अभियान
पवित्रम पर्यावरण संवर्धन अभियान के अंतगर्त गावों मे किसानों के घरों मे फलदार पेड़ लगाए जा रहे है ,स्कूलों में जाकर बच्चों को सीड-बाल बनाना,इको ब्रिकक्स बनाना सिखाया जा रहा है ,घर घर मे सीड बैंक,ओषधि वाटिका तैयार करवाई जा रही है ,पर्यावरण को बचाने ,सरंक्षण करने के लिए ऑन-लाइन एवं ऑफ लाइन प्रशिक्षण दिए जा रहे है ,जागरूकता कार्यक्रम किये जा रहे है ,बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए अनेक तरह की गतिविधिया करवाई जाती है । पर्यावरण को बचाने के लिए सभी से आव्हान किया जा रहा है ,हम सभी को पर्यावरण बचाने के लिए निम्नलिखित तरीके से अपना सहयोग करना चाहिये -
पेड़ पौधे लगाएं, हरियाली बढ़ाएं और वातावरण को शुद्ध बनाने में अपना योगदान दें।
पानी बचाएं। जरूरत अनुसार ही पानी गिलास/बर्तन में लें, कपड़े धुलने से निकलने वाले पानी का इस्तेमाल पेड़ पौधों की सिंचाई में करें। छोटे साइज के मग, बाल्टी, फ्लश आदि का प्रयोग करें।
बिजली बचाएं। एनर्जी एफिशिएंट इक्विपमेंट्स का प्रयोग करें। जरूरत न होने पर बल्ब, पंखा बंद रखें, ए.सी. 24 ℃ पर चलाएं।
सार्वजनिक वाहनों, ग्रीन फ्यूल/इलेक्ट्रिसिटी बेस्ड वाहनों का, साइकिल आदि का प्रयोग करें।
प्लास्टिक का प्रयोग ना करें। जूट/कपड़े के थैलों को प्रयोग में लाएं।
कूड़ा इधर उधर न फेंके। कूड़े को कम करने का प्रयास करें।
डिस्पोजेबल प्लास्टिक के स्थान पर मिट्टी के कुल्हड़, पत्तल आदि का प्रयोग करें।
वर्षा जल को संरक्षित करने में अपना सहयोग दें। रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम अपनाकर अपने घर की छतों का पानी संरक्षित करें।
सोलर ऊर्जा का प्रयोग करें, घर की छत पर सोलर पैनल सिस्टम लगवाकर आप घर पर खपत होने वाली बिजली का उत्पादन स्वयं कर सकते हैं।
रिड्यूस, रिसाईकल, रियूज पॉलिसी को अपने जीवन में शामिल करें।